- प्रधानमंत्री मोदी, उपराष्ट्रपति धनखड़ ने सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भाग लिया
- आचार्य लोकेशजी ने जैन प्रार्थना व महावीर वाणी प्रस्तुत की
अहिंसा विश्व भारती एवं विश्व शान्ति केंद्र के संस्थापक व प्रख्यात जैनाचार्य डॉ लोकेशजी ने महात्मा गाँधी की 76वें पुण्यतिथि के अवसर पर सर्व धर्म प्रार्थना सभा के दौरान जैन प्रार्थना प्रस्तुत कर भगवान महावीर के अहिंसा, अनेकांत और अपरिग्रह के सिद्धांतों को पुन: जीवित किया | प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने गाँधी स्मृति पर आयोजित सर्व धर्म प्रार्थना के दौरान राष्ट्रपिता को भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की| इस अवसर पर स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष श्री विजय गोयल भी उपस्थित थे।आचार्य लोकेश ने भगवान महावीर की वाणी का उल्लेख करते हुए कहा कि अहिंसा सिद्धांत कहता है कि हिंसा प्रतिहिंसा को जन्म देती है, युद्ध, हिंसा और आतंकवाद किसी समस्या का समाधान नहीं है| संवाद के द्वारा हर समस्या का समाधान मुमकिन है| अनेकांत दर्शन कहता है कि हम अपने अस्तित्व की तरह दूसरों के अस्तित्व और विचारों का सम्मान करना सीखे| अपरिग्रह सिद्धांत कहता है कि तुम्हारा भाई भूखा सोता है और तुम भरपेट खाते हो तो तुम मोक्ष के अधिकारी नहीं हों| उन्होंने कहा कि भगवान महावीर के सिद्धांतों को जीवन में उतार कर हम स्वस्थ समाज का निर्माण कर सकते है|
आचार्य लोकेशजी ने इस अवसर पर नवकार महामंत्र, मंगल पाठ तथा क्षमापन सूत्र का संगान किया | इस अवसर पर बौद्ध, ईसाई, पारसी, बहाई, यहूदी, मुस्लिम, कुरआन शरीफ से पाठ, गुरु ग्रन्थ साहिब से पाठ, शबद कीर्तन व गीता पाठ के साथ सुविख्यात गायिका साधना सरगम ने भक्ति संगीत प्रस्तुत कर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी को श्रद्धांजलि अर्पित की|