*करुणा, त्याग और समर्पण के प्रतिमूर्ति थे महाराज निषाद राज*
*महर्षि कश्यप के आदर्शों को आत्मसात करने पर शोभायात्रा में दिया बल*
*महाराजा निषादराज जयंती शोभायात्रा समिति ने एकलव्य वाटिका से निकाली भव्य शोभायात्रा*
आगरा। सामाजिक समरसता और एकजुटता की झलक के साथ महाराजा निषाद राज जयंती शोभायात्रा समिति की ओर से महाराजा निषादराज और महर्षि कश्यप के जन्मोत्सव पर शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली। ढोल-नगाड़ों और बैंडबाजों की स्वर लहरियां के बीच धूमधाम से शोभायात्रा की शुरुआत मनोहरपुर बल्केश्वर रोड स्थित एकलव्य वाटिका से मुख्य अतिथि विधायक पुरुषोत्तम खण्डेलवाल और छोटेलाल वर्मा ने मुख्य डोले को हरी झंडी दिखा कर की। विधायक छोटेलाल वर्मा ने कहा कि महाराज निषाद राज करुणा, त्याग और समर्पण के प्रतिमूर्ति थे। हमें उनके आदर्शों को अपनाना चाहिए। निषादराज महाराज ने हमें समाज के लिए त्याग करने की सीख दी। महापुरुषों के आदर्श आज भी प्रासंगिक हैं, आवश्यकता है उनको अपने जीवन में उतार कर उस पर चलने की। हम एकजुट होकर देश की तरक्की के लिए कार्य करें।
अध्यक्ष अमर सिंह निषाद ने बताया कि शोभायात्रा निकालने का उद्देश्य बच्चो को संस्कारवान बनाना और अपनी संस्कृति से अवगत करना है। शोभायात्रा में सर्वप्रथम विघ्नहर्ता गणेश जी की झांकी, शिव परिवार, राधा कृष्ण, शेरोवाली माता, वीरांगना फूलनदेवी, महर्षि वेदव्यास, केवट, दशरथ माझी, सबरी सहित महर्षि कश्यप और महाराजा निषादराज का मुख्य डोला था। यात्रा में वृन्दावन के कलाकार शिव-पार्वती और राधा-कृष्ण की सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।
महामंत्री शांति प्रसाद निषाद ने बताया कि शोभायात्रा एकलव्य वाटिका से शुरू होकर बल्केश्वर चौराहा, शनिदेव मंदिर, चांदनी चौक, साई मंदिर, कमला नगर टंकी से होते हुए मेन मार्केट, कावेरी कुंज, सुभाष नगर, कर्मयोगी फुब्बारा, निषाद चौक से पुनः एकलव्य वाटिका पर समाप्त हुई। यात्रा का 14 स्थानों पर पुष्प वर्षा कर स्वागत किया। मनमोहक रूप में सजी झांकियों और भक्ति संगीत में झूमते गाते हज़ारो की संख्या में निषाद समाज के लोग शामिल हुए। यात्रा के दौरान पूरा मार्ग निषाद राज के जयकारों से गूंजता रहा।
*विचार गोष्ठी और सम्मान समारोह का हुआ आयोजन*
मुख्य संयोजक प्रमोद कुमार निषाद ने बताया कि यात्रा से पहले दोपहर 12 बजे विचार गोष्ठी और समाजसेवी सम्मान समारोह का आयोजन किया। वक्ताओं ने निषादराज और महर्षि कश्यप के आदर्शों को आत्मसात करने पर बल दिया। बच्चों की शिक्षा को आवश्यक बताया। संचालन डॉ. बीएस वर्मा ने किया। इस अवसर पर कोषाध्यक्ष सत्यवीर सिंह निषाद, संयोजक मोहन सिंह वर्मा, सह संयोजक नाथूराम वर्मा, सुंदर सिंह, ई. खूबीराम वर्मा, भगवान सिंह, सुन्दर सिंह, होतीलाल निडर, हरिप्रसाद, ब्रजेश वर्मा, सुरेश चंद्र, प्रेम सिंह वर्मा, सवाई सिंह, शिशुपाल वर्मा, रामखिलाड़ी वर्मा, चेतन, वीरेंद्र, लाला आदि मौजूद रहे।
रिपोर्टर -गोविन्द शर्मा
आगरा