- रामपुर के मिलक अंचल स्थित क्रिमचा गांव में स्थापित हो रहा है आश्रम
- किशन शांति फाउंडेशन व भाग्योदय फाउंडेशन का संयुक्त प्रयास
मिलक-रामपुर। हल्द्वानी नैनीताल की तलहटी में उत्तर प्रदेश के रामपुर जनपद के मिलक कस्बे के पास का ग्राम्य अंचल आज चारों वेदों के मंत्रों से गुंजरित हो उठा। यहां ग्राम पंचायत क्रिमचा के रमणीक वातावरण में किशन शांति फाउंडेशन एवं भाग्योदय फाउंडेशन के संयुक्त प्रयास से स्थापित होने जा रहे वेद भारती आश्रम में चतुर्वेद शतकम पारायण यज्ञ आज विधिवत शुरू हुआ। उत्तराखंड के रुद्रपुर से आए आचार्य विवेक वरुण के नेतृत्व में आचार्यों की टोली के मुखारविंद से वेदमंत्रों के उच्चारण से इस दिव्य अंचल के गांव, खेत, बाग, तालाब सुवासित हो उठे।
वेद भारती आश्रम के कल्पनापुरुष वरिष्ठ चिकित्सक एवं निर्वाण अस्पताल लखनऊ के अध्यक्ष व प्रबंध निदेशक डॉ. हरीश अग्रवाल ने बताया यज्ञीय पृष्ठभूमि पर विकसित हो रहा यह आश्रम अनेक आध्यात्मिक एवं सामाजिक गतिविधियों के संचालन की योजना बना रहा है। किशन शान्ति फाउंडेशन और भाग्योदय फाउंडेशन द्वारा इस आश्रम का विधिवत संचालन किया जाएगा। भाग्योदय फाउंडेशन के अध्यक्ष एवं संस्थापक आचार्य राम महेश मिश्र ने “होता है सारे यज्ञ का कल्याण यज्ञ से, जल्दी प्रसन्न होते हैं भगवान यज्ञ से” गीत की पंक्तियां उद्धृत करते हुए कहा कि प्रकृति का कण-कण यज्ञ कर रहा है। इस देश में जब तक यज्ञ संपन्न होते रहे, तब तक यहां की धरा हर प्रकार से सुख और शांति का विस्तार करती रही। डॉक्टर हरीश अग्रवाल व शुभ्रा अग्रवाल तथा डॉ. हनु अग्रवाल व डॉ. आस्था अग्रवाल इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान के रूप में आज उपस्थित रहे। इस अवसर पर रामपुर जनपद के विभिन्न अंचलों से श्रद्धालु स्त्री पुरुष वेद भारती आश्रम पहुंचे। उपाचार्य मयंक पाठक और उपाचार्य विशाल यादव ने आचार्य विवेक वरुण को यज्ञ संचालन में सहयोग प्रदान किया।
आज के कार्यक्रम में विकासखंड मिलक की ब्लाक प्रमुख श्रीमती अर्चना गंगवार, पूर्व शिक्षक व लेखक किशन लाल शर्मा, अध्यात्मपुरुष स्वामी दर्शनानंद, आर्य समाज के वरिष्ठ प्रतिनिधि ईश्वरी प्रसाद गंगवार, रवि प्रकाश रुहेला, हरिओम अग्रवाल, नत्थूलाल गंगवार, शुभांग प्रकाश गंगवार, देवेन्द्र अग्रवाल, अनुज शर्मा, राधेश्याम गुप्ता, महेश योगी, दर्शिता गंगवार, हरि शंकर दीक्षित सहित कई गणमान्य लोगों ने भागीदारी की। ज्ञातव्य हो, चतुर्वेद शतकम परायण यज्ञ का समापन कल रविवार को होगा।