- बैंक ने किया सायंकालीन चौपाल का आयोजन, किसानों को दी योजनाओं के बारे में जानकारी
- बड़ौदा यूपी बैंक ने “मेरा गांव मेरा बैंक” थीम के तहत किया किसानों से संवाद
- जब किसान अपने साथ है तो बैंक समृद्ध होगा और देश तरक्की करेगा – उमाशंकर सिंह, रिजिनल मैनेजर
- बैंक किसानों को बैंकिंग की सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है – आलोक सिंह, शाखा प्रबंधक
पवन उपाध्याय।
गोंठा। किसानों की बेहतर और उन्नत खेती को लेकर बड़ौदा यूपी बैंक द्वारा सायंकालीन चौपाल का आयोजन झारखंडी बाबा मंदिर प्रांगण में किया गया। “मेरा गांव मेरा बैंक” के तहत लगाए गए सायंकालीन चौपाल में किसानों को बैंक द्वारा दिए जाने वाली योजनाओं की जानकारी दी गई। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि उमाशंकर सिंह रिजिनल मैनेजर मऊ, सुधीर पांडे RO क्रेडिट, अमर सिंह कुशवाहा FLC मऊ शामिल हुए।
रिजीनल मैनेजर उमाशंकर सिंह ने बताया कि सायंकालीन चौपाल के जरिए किसानों से जुड़ने का एक प्रयास है और जब किसान अपने साथ है तो बैंक समृद्ध होगा। और देश तरक्की करेगा। उन्होंने कहा कि “मेरा गांव मेरा बैंक” चौपाल के जरिए किसानों को बैंक की योजनाओं के बारे में जागरूक और उनसे संवाद स्थापित किया जा रहा है। किसानों के पास जाकर उनको बताया जा रहा है कि बैंक आप के लिए खुली हुई है। आप बैंक से ऋण ले सकते हैं। उन्होंने वहां मौजूद किसानों से अपील किया कि बैंक में आइए, अपना पैसा जमा करिए और अधिक से अधिक ऋण लीजिए। उन्होंने बताया कि बैंक से उपकरण के लिए ऋण, कृषि के लिए ऋण, बिजनेस के लिए ऋण, बच्चे की पढ़ाई के लिए ऋण ले सकते हैं।
बड़ौदा यूपी बैंक गोंठा के शाखा प्रबंधक आलोक सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए बैंक की ऋण संबंधी योजनाएं जैसे CCL, फिसरी, डेयरी, पीएमएफएमई, पीएमईजीपी, मुद्रा, जेएलजी बैंक की बचत संबंधी योजनाएं जैसे धन वर्षा योजना, सावधि समृद्धि योजना, आरडी और सुरक्षा बीमा योजना के तहत पीएमएसबीवाई, पीएमजेजेबीवाई, एपीवाई के बारे में जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बैंक की इन योजनाओं का लाभ लेकर आप अपनी खेती को और बेहतर कर सकते हैं। आलोक सिंह ने कहा कि किसानों की समृद्धि से देश की समृद्धि है और बड़ौदा यूपी बैंक किसानों को बैंकिंग की हर प्रकार की सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध है।
इस दौरान क्रेडिट ऑफिसर मुकेश कुमार, करौली के शाखा प्रबंधक आनंद राय, कार्यालय सहायक आशुतोष सिंह, पूर्व ग्राम प्रधान बिजेंदर राय, धर्मेंद्र राय, सुधाकर राय, पूर्व प्रधानाचार्य झारखंडे राय, संजय उपाध्याय, रामविलास राय, गिरीश राय, विजय नारायण, श्याम नारायण, रामअवध, रिंकू, टिंकू, उषा, सुनीता, सरोज, अशोक, राजू, राममिलन, रेखा, सौरभ, राम शरीख समेत बड़ी तादाद में किसानों की मौजूदगी में इस कार्यक्रम का सफल अयोजन हुआ।