लखनऊ। दरगाह हजरत कासिम शहीद रहमतुल्लाह अलैह का सालाना उर्स मुबारक 9 सितंबर से शुरू हो गया है। जो कि 10 एवं 11 सितम्बर, 2022 तक मनाया जायेगा। दिलकुशा गार्डेन, विलायती बाग, कैन्ट में तीन दिवसीय चलने वाले इस उर्स मुबारक के पहले दिन 09 सितम्बर को बाद नमाज मगरिब मीलाद शरीफ हुआ। मिलाद शरीफ में मौलाना सैय्यद अन्सार साहब (मुबल्लिक दावते इस्लामी) हाफिज मो0 अली, करि क़मील, हाफिज हारून, हाफिज जलीस, कारी तारिक, नात- मो0 सददाम एवं क़ारी महताब ने खिताब किया। मिलाद शरीफ खत्म होने के बाद सलाम पढ़ा गया। इस अवसर पर प्रदेश की अमन व खुशहाली के लिये दुआयें भी मांगी गयी। दुआ के अवसर पर हजारों की तादात में जायरीन सम्मिलित हुए तथा सभी जायरीनों को सिन्नी बांटी गयी। शाम 8 बजे इशा की नमाज के बाद परम्परानुसार सज्जादा नशीन के घर से सरकारी चादर हजारों जायरीन के साथ दरगाह शरीफ पर चढ़ाई गयी। शिरकत कर रहे हज़ारो ज़ायरीन ने दरगाह शरीफ पर 1 अगस्त 2018 को इंतेक़ाल हुए पूर्व सज्जादा नशीन मरहूम ज़मीर अहमद खान वारसी के लिए दुआए मगफिरत की गई। उसके बाद उर्स मुबारक का उद्घाटन उ0प्र0 उर्दू एकेडमीडा के सदस्य मा0 शादाब आलम ने किया ।
दरगाह कमेटी द्वारा इस अवसर पर टोपी, रुमाल व दरगाह शरीफ की चादर भेंट की गई। नातिया मुशायरा में शिरकत करने आए मशहूर शायर शारिक लहरपुरी, इरफ़ान लखनवी, कमरसीतापुरी, डा0 हारून रशीद, सलीम ताबिश, डा0 रिज़वनुरजी साहब को चादर, टोपी व रूमाल भेंट कर सम्मानित किया गया।
इसके बाद नतिया मुशायरा का आगाज किया गया। इस अवसर पर प्रदेश की अमन व खुशहाली के लिये दुआयें भी मांगी गयी, दुआ के अवसर पर हजारों की तादात में जायरीन सम्मिलित हुए। यह समस्त जानकारी दरगाह कमेटी के सज्जादा नशीन व संरक्षक दरगाह कमेटी जुबैर अहमद खाॅ ने दी।