- मेडिकल रिपोर्ट पर गौर करने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने दिया आदेश
मथुरा/ मदन सारस्वत। पापलुर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) और कैंपस फ्रंट आफ इंडिया (सीएफआइ) के सदस्य विचाराधीन बंदी सिद्दीकी कप्पन को उपचार के लिए एम्स में भर्ती कराने के लिए मथुरा जेल से भेज दिया गया। वह कोरोना से संक्रमित हो गया थ। बाथरूम से गिरने से उसे चोट लग गई थी और पहले से मधुमेह का रोगी है।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक शैलेंद्र कुमार मैत्रैय ने बताया कि शुक्रवार सुबह नौ बजे कप्पन को दिल्ली एम्स के लिए जेल से रवाना कर दिया। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश के बाद शासन ने उसे बेहतर इलाज के लिए दिल्ली एम्स भेजने के निर्देश दिए थे। शासन का आदेश बुधवार देर शाम मिला था। जेल प्रशासन ने तत्काल एम्बुलेंस के लिए सीएमओ को पत्र लिखा था। रात को एम्बुलेंस नहीं मिल सकी थी। सुबह एम्बुलेंस मिली तो उसे एम्स रवाना कर दिया गया।कप्पन को हाथरस घटना की रिपोर्टिंग पर जाने के दौरान रास्ते में गिरफ्तार किया गया था। पिछले साल 14 सितंबर को हाथरस के एक गांव में 19 वर्षीय दलित युवती की सामूहिक बलात्कार के बाद मौत हो गयी थी। सुप्रीम कोर्ट ने कप्पन की मेडिकल रिपोर्टों पर गौर करने के बाद यह आदेश दिया। मेडिकल रिपोर्टों में कहा गया है कि कप्पन 21 अप्रैल 2021 को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए, उन्हें बुखार था और बाथरूम में गिरने के कारण उन्हें चोटें भी आयी। इसमें कहा गया है कि कप्पन को के एम मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया जहां पता चला कि उन्हें मधुमेह, दिल की बीमारी, रक्तचाप की समस्या हैं और उन्हें चोट भी आयी है।
एलवाईजेजेड के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लिखा था मुख्यमंत्री को पत्र
लोकतांत्रिक युवा जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष की ओर से प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इस संबंध में पूर्व में ही पत्र लिखा गया था। पत्र में मांग की गई थी सिद्दीकी कप्पन जिसे क्रिटिकल स्थिती की वजह से मथुरा मेडिकल कालेज में भर्ती किया गया है के मौलिक अधिकारोें के तहत जीवन की रक्षा की जाये। राष्ट्रीय अध्यक्ष सलीम मदावूर की ओर से लिखे गये इस पत्र यहां तक कहा गया था कि अगर तत्काल सुधारात्मक कदम नहीं उठाये गये तो निश्चित ही उसकी मौत हो जाएगी।