रामसंस्कृति की राजधानी के रूप में विकसित होगी अयोध्या

अयोध्या। रामनगरी को वैदिक सिटी, नॉलेज सिटी व श्रीराम संस्कृति की राजधानी के रूप में विकसित करने की तैयारी है। श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट व मंदिर निर्माण समिति की संयुक्त बैठक में न सिर्फ राममंदिर निर्माण के प्लान पर चर्चा हुई बल्कि 70 एकड़ के परिसर सहित अयोध्या के समग्र विकास पर मंथन किया गया।
अयोध्या के समग्र विकास के लिए चयनित एलईए एसोसिएट, सीबी कुकरेजा सहित ट्रस्ट द्वारा अनुबंधित डिजाइनर एसोसिएट नोएडा के अधिकारियों ने रामजन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या के समग्र विकास के लिए बैठक में अपना प्रजेंटेशन दिया।

रामजन्मभूमि की भव्यता सहित अयोध्या के संपूर्ण विकास को लेकर करीब दो घंटे तक चर्चा की गई। मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने रामजन्मभूमि सहित अयोध्या के समग्र विकास का समन्वित प्लान तैयार करने पर जोर दिया।
साथ ही अयोध्या में ढांचागत सुविधाएं विकसित करने के लिए खाका तैयार करने को कहा। मंडलायुक्त व डीएम ने अयोध्या के विकास के प्लान की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की।
बैठक के बाद ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने कहा बैठक में अधिकारियों ने रामजन्मभूमि परिसर सहित अयोध्या के विकास को जो प्रजेंटेशन दिया वह संतोषजनक रहा।

अयोध्या को वैदिक सिटी, नॉलेज सिटी सहित राम संस्कृति की राजधानी के रूप में विकसित करने के लिए योगी सरकार जो पहल कर रही है वह सराहनीय है।
श्रीराम की परंपरा ने जो वैभव दिया था, उस वैभव की ओर अयोध्या को ले जाने का प्रयास है। एयरपोर्ट से लेकर निराश्रित महिलाओं के लिए कौशल्या सदन का निर्माण होने जा रहा है। वहीं गांव की गरीबी दूर करने के लिए कॉटेज इंडस्ट्री की स्थापना की जाएगी।
बैठक में श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय, प्रमुख सचिव आवास विकास दीपक कुमार, प्रमुख सचिव शहरी नियोजन, अर्बन डेवलपमेंट रजनीश दुबे, मंडलायुक्त एमपी अग्रवाल, जिलाधिकारी अनुज कुमार झा, ट्रस्टी डॉ. अनिल मिश्र, डॉ. बिमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, नगर आयुक्त विशाल सिंह सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बैठक के बाद कहा कि रामजन्मभूमि परिसर व अयोध्या के समन्वित विकास का खाका तैयार किया जा रहा है। परिसर के अंदर व बाहर के विकास में तालमेल होना जरूरी है।
वर्तमान और पांच वर्ष बाद अयोध्या में कितनी भीड़ आएगी इसको देखते हुए व्यवस्था की जा रही है। हमारा प्रयास है कि अयोध्या में कम से कम तीन दिन श्रद्धालु ठहर सकें।
इसके लिए बेहतर सड़कें, साफ-सफाई व्यवस्था, पार्किंग सहित अन्य जन सुविधाओं को विकसित करने का प्लान बन रहा है। अयोध्या के विकास को लेकर हुई बैठक में नव्य अयोध्या की परिकल्पना को अतिशीघ्र मूर्त रूप देने पर भी मंथन हुआ।
प्रमुख सचिव आवास विकास ने नव्य अयोध्या की संपूर्ण योजना का खाका नृपेंद्र मिश्र के समक्ष प्रस्तुत किया। आवास विकास के अभियंता ओपी पांडेय ने बताया कि नव्य अयोध्या में विभिन्न राज्यों के गेस्ट हाउस का निर्माण किया जाएगा।
साथ ही फाइव स्टार, थ्री स्टार होटल का निर्माण होगा। इसके साथ ही नव्य अयोध्या में विभिन्न पंथ, धर्म के आश्रम बनाने पर जोर दिया गया है। इसकी योजना तैयार की जा चुकी है। जमीन अधिग्रहण के लिए नोटिफिकेशन जारी हो चुका है।

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