लखनऊ/ बुशरा असलम। मायावती सरकार द्वारा लखनऊ और नॉएडा में बनवाए गए पार्कों के निर्माण में हुए कथित घोटाले के आरोप में यूपी बिजलेंस डिपार्टमेंट की लखनऊ यूनिट ने कुछ जूनियर अधिकारियों को गिरफ़्तार किया है। लेकिन सैकड़ों करोड़ के इस घोटाले में उस दौर के ज़्यादातर आईएएस अधिकारियों के विरुध अभी तक कोई करवाई नहीं हुई है। इनमे से कुछ तो आज भी महत्वपूर्ण पदों पर जमे हुए है। ऐसे अधिकारी अखिलेश सरकार में भी अपनी तैनाती कराने और खुद को बचाने में कामयाब रहे ।
पार्क घोटाले की जाँच उत्तर प्रदेश के लोक आयुक्त के आदेश पर शुरू हुई थी। लखनऊ के गोमती नगर में एफआईआर भी दर्ज हुआ था। लेकिन दोषियों के ख़िलाफ़ कारवाई की शुरुआत अब हुई है। उमीद है की आगे चलकर घोटाले के ज़िम्मेदार शायद बड़े आईएएस और पीसीएस अधिकारियों के ख़िलाफ़ भी कारवाई होगी।
(वरिष्ठ पत्रकार वासिंद्र मिश्र की फेसबुक वाल से साभार)