हरिद्वार। भारत माता मंदिर के संस्थापक, निवर्तमान शंकराचार्य पद्मभूषण ब्रह्मलीन पूज्य दादा गुरु श्री स्वामी सत्यमित्रानन्द गिरि जी महाराज की सूक्ष्म उपस्थिति एवं पूज्य ‘आचार्यश्री’ जूनापीठाधीश्वर आचार्यमहामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानन्द गिरि जी महाराज के पावन अध्यक्षता में ‘भारत माता मंदिर – कुम्भ मेला शिविर’ का उद्घाटन समारोह सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर पूज्य “आचार्यश्री जी” ने ब्रह्मलीन दादा गुरु जी की पुण्य स्मृतियों का स्मरण करते हुए कहा कि गुरुदेव का श्रीविग्रह हमारे मध्य नही है, किन्तु उनकी दिव्य चेतना और उनके द्वारा प्रदत्त आध्यात्मिक विचार और संस्कार हमारा निरंतर मार्गदर्शन कर रहे हैं। अपने उद्बोधन में ‘पूज्यश्री’ जी ने ‘कोरोना काल’ में भारतीय संस्कृति की उपादेयता, गंगा जल की महत्ता एवं संत सेवा से मिलने वाले अद्भुत पुण्यों की चर्चा की।
इस अवसर पर पूज्य सतपाल ब्रह्मचारी जी, पूज्य स्वामी देवानन्द जी, शिविर प्रभारी महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी अखिलेश्वरानंद जी, महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी ललितानंद जी, भारत माता एवं समन्वय सेवा ट्रस्ट के सचिव श्री आई.डी. शास्त्री जी, पूज्य स्वामी कैलाशानन्द गिरि जी सहित अनेक पूज्य संत-साधक और गणमान्य जन उपस्थित रहे।