वाराणसी। अक्सर इंसान की चाहत होती है कि वो नित नए आयाम गढ़े। उसकी पद प्रतिष्ठा में लगातार वृद्धि हो लेकिन ग्रहों की दशा और चाल के चलते चाहत पूरी नहीं होती है। हालाकि अब आपको परेशान होने की तनिक भी जरूरत नहीं है। एक कॉल पर आपकी हर समस्या का समाधान आप के पास होगा तो जानिए कैसे करें कुंडली के जरिए पेशे का चयन प्रख्यात ज्योतिर्विद आचार्य पं0 धीरेन्द्र मनीषी से…
यदि आप राजनीति में अपना हाथ आजमाना चाहते हैं तो आपकी कुंडली में उच्च राशि में स्थित ग्रह होने चाहिए। विशेष रूप से सूर्य व शनि तथा सभी ग्रहों की शुभ भावों में स्थिति जरूरी है। दो-तीन ग्रह स्व राशि में हों या अपनी-अपनी मूल त्रिकोण राशियों में हों, तब भी यह योग बनता है।कुंडली में पूर्ण बलवान गज केसरी योग के साथ बली बुध आदित्य योग भी हो। राजनीति का विशेष कारक ग्रह राहु को माना गया है, इसलिए राजनीतिज्ञों की कुंडली में राहु की 3, 6,11 भागों में स्थिति व दशम भाव से संबंध शुभ माना जाता है।सूर्य को अर्घ्य देने एवं सूर्य आराधना से आपकी राजनीति चमक सकती है।
यदि आप लेखक बनना कहते हैं या लेखन में अपना भविष्य देखते हैं तो आपकी कुंडली का तृतीय भाव, बुध तथा लेखन के देवता गुरू की युति श्रेष्ठ परिणाम देती है। लेखन कार्य में कल्पनाशक्ति की आवश्यकता रहती है, इसलिए कल्पनाकारक चंद्रमा की शुभ स्थिति भी लाभदायक रहती है। भगवान गणेश का सहस्रार्चन आपको प्रसिद्ध लेखक बना सकता है।
यदि आप सफल पत्रकार बनना चाहते हों तो जुझारू पत्रकारिता के इस युग में मंगल, बुध, गुरु के बल व किसी शुभ भाव में युति के फलस्वरूप पत्रकारिता व संपादन कार्य में सफलता मिलती है। लेखन कार्य के लिए तृतीय भाव के बल की भी जांच करनी चाहिए। बजरंगबली का पूजन एवं ध्यान मंगलवार के दिन यदि आप करते हैं तो पत्रकारिता के क्षेत्र में बड़ा नाम करेंगे, यह प्रशस्त उपाय है।(शेष अगले अंक में……..)
नोट: कुंडली निर्माण एवं विश्लेषण के लिए आचार्य जी से सशुल्क मो0 9450209581/ 8840966024 पर आप आमंत्रित हैं।