मथुरा/ मदन सारस्वत। ब्रज में दाउजी एक ऐसी जगह है जहाँ पर होली के बाद हुरंगा मनाया जाता है और यहाँ पर सबसे अलग ये देखने को मिलता है कि भाभी अपने देवर के कपडे फाड़ कर उसी से मारती है। इसीलिए इस हुरंगे को कपडा फाड़ हुरंगा भी कहा जाता है। और तस्वीरों में आप देख सकते है कि ये महिला किस तरह से यहां लोगों को कोड़े मार रही हैं।
दरअसल मथुरा से करीब 20 किलो मीटर दूर भगवान् कृष्ण के बड़े भाई बलराम यानी दाउजी के मंदिर में जहां पर हजारों वर्ष पहले से यह परपरा चली आ रही है। हुरंगा में भाग लेते है इसी मंदिर में पूजा अर्चना करने वाले गोस्वामी समाज के महिला पुरुष। यहाँ पर होने वाले इस हुरंगे को देखने के लिए देश ही नहीं बल्कि विदेश से भी हजारों लोग आकर इस अनोखे होली और हुरंगे का आनंद लेते हैं। कहा जाता है कि जब भगवान् कृष्ण ने गोपियों के चीर चुराए थे तब उसी का बदला लेने के लिए गोपियों ने उनके बड़े भाई बलदाऊ के कपडे फाड़ दिए और उन कपड़ों से ही उसकी होली में प्रेम से मार लगायी। मंदिर में हो रही इस हुरंगे में जहाँ महिला भी बढ़चढ़ कर भाग ले रहे हैं वहीं पुरुष भी अपने कपडे फड़वा रहे हैं और यहाँ पर सभी पुरुष महिलाओं के ऊपर अपने हाथों में लगी बाल्टी के द्वारा जमकर रंग डालते हैं और ऊपर मदिर के चारो तरफ बैठे लोग हुरंगा खेल रहे इन लोगों पर गुलाल की बरसात करते हैं इस हुरंगे की भी कई दिन पहले से ही तयारी की जाती है और टेसू के साथ केशर के भी रंग बनाये जाते हैं। जबकि बल्देव के हुरंगा को लेकर प्रशासन की ओर से सारी व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त रखी गई जिससे बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं को किसी भी तरीके की परेशानी का सामना ना करना पड़े। बल्देव में होने वाली होली यानी हुरंगा का आनन्द बाहर से आने बाले श्रदालु भी दर्शन के साथ ले सके। जबकि हुरियारिन भी गीत गाकर मेले की रौनक बढ़ाते हैं।