- परमार्थ निकेतन में ऋषिकेश के विभिन्न समुदायों के किशोर-किशोरियों की हैल्थ काउंसलर, कैरियर काउंसलर, स्किल काउंसलर एवं मनोचिकित्सकों द्वारा की गयी काउंसलिंग।
- परमार्थ गंगा आरती में नारी सशक्तिकरण के लिये कार्य कर रही नारियों को रूद्राक्ष का माला, अशोक का पौधा भेंट कर किया गया सम्मानित।
ऋषिकेश। अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर परमार्थ निकेतन में विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया गया। माँ गंगा के पावन तट से सरकारी और गैर सरकारी क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर रही महिलाओं को स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने रूद्राक्ष की माला, अशोक का पौधा, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
परमार्थ निकेतन में आज यूथ फेस्टिवल का आयोजन किया गया जिसमें स्वास्थ्य विभाग से आरबीएसके, आरकेएसके, टोबैको काउंसलर, मनोवैज्ञानिक, एससीईआरटी कैरियर काउंसलर, और स्किल काउंसलर्स और अधिकारियों ने सहभाग कर किशोर-किशोरियों की काउसंलिंग की तथा उन्हें विविध प्रकार की जानकारियाँ दी। नशे करने वाले और स्कूल छोड़ने वाले बच्चों को शिक्षा से जोड़ने तथा उनके कौशल विकास हेतु विभिन्न जानकारियां प्रदान की गयी। साथ ही काउसंलर्स ने युवाओं को नशे से शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के साथ नशे से बाहर आने के विषय में भी जानकारी दी। इस अवसर पर मेंहदी, सिलाई-बुनाई, कम्प्यूटर, सौन्दर्य प्रशिक्षण आदि अनेक स्टाल लगाये गये। इन सभी गतिविधियों का बच्चों में भरपूर आनन्द लिया।
ज्ञात हो कि ग्लोबल इंटरफेथ वाश एलायंस (जीवा) और यूएनएफपीए के संयुक्त तत्वाधान में ऋषिकेश के विभिन्न समुदायों के किशोर-किशोरियों को जीवन कौशल शिक्षण विगत एक वर्ष से दिया जा रहा है। प्रशिक्षण का समापन यूथ फेस्टिवल और काउंसलिंग सत्र के माध्यम से किया गया ताकि बच्चों का स्वस्थ तरीके से शारीरिक और मानसिक विकास हो सके।
यूथ फेस्टिवल में काले की ढ़ाल, चन्द्रेश्वर नगर, गोविन्द नगर और मायाकुन्ड के 200 से अधिक बच्चों की काउंसलिग की गयी।
स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आयोजित यूथ फेस्टिवल के माध्यम से वैश्विक स्तर पर लैंगिक समानता का संदेश दिया। ‘बेटा हो या बेटी’ आज के बच्चे कल का भविष्य हैं इसलिये उनके संस्कार, शिक्षा और सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि एक शिक्षित और स्वस्थ समाज ही समृद्ध और सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है।
साध्वी भगवती सरस्वती जी ने कहा कि नारी शक्ति समाज की रीढ़ है। नारी स्वस्थ, शिक्षित और सुरक्षित होगी तभी हमारा समाज और राष्ट्र उन्नति कर सकता है।
डाॅ सरोज नैथानी जी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन बच्चों के स्वास्थ्य के साथ स्वच्छ जल, पोषण, शिक्षा और सामाजिक और लैंगिक सामनता जैसे विभिन्न विषयों पर कार्य करता है। स्वच्छ वातावरण और स्वस्थ समाज का निर्माण करना ही इस मिशन का उद्देश्य है।
डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा, नोडल अधिकारी, राज्य परियोजना निदेशक, महिला अधिकारिता एवं बाल विकास विभाग ने कहा कि महिला दिवस एक दिन नहीं बल्कि 365 दिन मनाया जाना चाहिये क्योंकि महिला के बिना जीवन की कल्पना नहीं की जा सकती। उन्होंने कहा कि महिलाओं के भीतर संवेदनशीलता का पहाड़ होता है जिसके कारण हम
खादी ग्रामोद्योग से डाॅ अल्का पाण्डेय जी ने उत्तराखंड सरकार द्वारा कौशल विकास के क्षेत्र में संचालित अनेक सरकारी योजनाओं की जानकारी प्रदान की।
प्रोफेसर वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट रूचि बडोला जी ने जैव विविधता पर प्रकाश डाला तथा गंगा संरक्षण का संदेश दिया।
आज की परमार्थ गंगा आरती में योगाचार्य आभा सरस्वती जी, कर्मठ सेवक रेखा मशरूवाला जी, डॉ. सरोज नथानी जी, निदेशक, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, डॉ रुचि बडोला, वरिष्ठ प्रोफेसर वन्यजीव संस्थान, देहरादून, ऋषिकेश मेयर श्रीमती अनीता ममगाई जी, अंतर्राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी, नीरजा गोयल को उनके उत्कृष्ट कार्यो के लिय सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर श्री हिमांशु रावत, संस्थापक निदेशक एलायंस आईएएस अकादमी, श्री भुवनेश्वर प्रसाद भारद्वाज, संस्थापक, सीड्स इन द हार्ट एनजीओ, विनय रावत, खेल अकादमी के संस्थापक, गुलजार सहसपुर, ऐश्वर्या बेलवाल, एक्सेसर फॉर स्किल इंडिया, नीरजा गोयल, अंतर्राष्ट्रीय पैरा बैडमिंटन खिलाड़ी, रितिका तंवर, नशा मुक्ति एनजीओ, आशीष रंगहर, परमार्थ युवा कांग्रेस के सदस्य, प्रखंड विकास समिति सदस्य, श्यामपुर, ऋषिकेश, प्रभजीत सिंह और अन्य युवाओं ने अपनी सक्सेस स्टोरी सभी के साथ साझा की।
किशोर-किशेरियों को जागरूक करने के लिये चंद्रेश्वर नगर टीन क्लब द्वारा, किशोरावस्था के बदलावांे को पहचानने और यौन संक्रमण के प्रति जागरूकता, गोविंद नगर टीन क्लब द्वारा बाल विवाह का बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव, काली की ढाल टीन क्लब द्वारा नशा मुक्ति स्किट की प्रस्तुति की।