मथुरा/मदन सारस्वत। होम्योपैथिक चिकित्सा पद्धति के प्रवर्तक फेडरिक क्रिश्चियन सैमुअल हैनीमन का 266 वाँ जन्मदिवस के अवसर पर मुख्यअतिथि के रूप में मुख्यजिला होम्योपैथिक चिकित्साधिकारी डॉ राकेश ने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। चिकित्सा के क्षेत्र में होम्योपैथी की सरलता, सुलभता से सभी को लाभ मिल सके इसका आव्हान किया, सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों को इसका लाभ आमजन तक पहुंचाना चाहिए। उन्होंने होम्योपैथी की कोविड काल में विशेष भूमिका के विषय में भी बताया।
विशिष्ठ अतिथि डॉ सत्यमित्र पूर्व महानिदेशक उत्तर प्रदेश ने सर्वेभवन्तु सुखिना का आव्हान करते हुए समाजसेवा, रोगियों की सेवा पीडित मानवता की सेवा ही सबसे बड़ी सेवा है। पाथ ऑफ डिबाइन लाइफ के स्वामी कार्तिकेय जी अमरावती महाराष्ट्र ने अपने मनोभावों से आत्मोन्नति के विभिन्न आयाम बताये सब कुछ अनूठे प्रयोग करके दिखाये। हैनीमन का जन्मदिवस होम्योपैथिक आरोग्य संस्थान एवं आई. आई. एच.पी. संस्थान द्वारा दीप वंदना होम्योपैथिक चिकित्सालय (रामलीला मैदान के पास) पर सानन्द मनाया गया।
अध्यक्षता करते हुए आई. आई एच. पी की मुख्य शाखा के अध्यक्ष डॉ डी. एन. गौतम ने संगठन की महत्वता को बताते हुए कोविड में आर्सेनिक अल्बा जैसी अचूक दवाओं को प्रयोग करने को कहा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए होम्योपैथिक आरोग्य संस्थान के अध्यक्ष डॉ बी. पी. शर्मा ने महामना हैनीमन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि मैधावी प्रतिभा के धनी डॉ हैनीमन ने कठिन संघर्ष पूर्ण जीवन बिता कर चिकित्सा जगत को नई दिशा दी, वह हम सभी होम्योपैथिक चिकित्सकों में सदैव विध्यमान रहते हैं जिनका अहसास सभी को है। दीपवन्दना होम्योपैथिक चिकित्सालय के अध्यक्ष श्री एस. एस. जौहरी ने सभी अतिथियों को प्रतीक चिन्ह प्रदान किया।
इस अवसर पर डॉ. अशोक अज्ञ द्वारा होम्योपैथिक दवाओं पर एवं ब्रज भाषा से ओत प्रोत काव्य पाठ किया। डॉ. जी.वी. अग्रवाल, डॉ. एस. के. कुलश्रेष्ठ, डॉ. राजीव शर्मा, डॉ. सिद्धार्थ कुलश्रेष्ठ, डॉ. सुनील दक्ष, श्रीमती विनिता निगम, विजय सक्सैना, रेनू शर्मा, गौरी शंकर शर्मा, संजय गौड़, सुरेश सक्सैना, डॉ. तरूण कुमार शर्मा, वीरेन्द्र सैनी आदि की गरिमामयी उपस्थिति रही।