- गंगा स्नान कर सीधे गेटवे और कॉरिडोर से प्रवेश करेंगे श्रद्धालु
- महाशिवरात्रि पर पूरी रात भक्तों को दर्शन देंगे काशी पुराधिपति
- चार पहर की आरती में निभाई जाएगी विवाह की पूरी रस्म, यह है आरतियों का समय…
वाराणसी। महाशिवरात्रि पर बाबा विश्वनाथ के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन को आते हैं।महाशिवरात्रि पर बाबा के मंगला आरती में 850 भक्त शामिल होंगे। कुल 850 टिकट की बिक्री हुई है। सीईओ सुनील वर्मा ने बताया कि टिकट बिक्री पर रोक लगा दिया गया है। शिवरात्रि पर प्रत्येक टिकट दर 2001 रूपये रखा गया था। उन्होंने बताया कि मंदिर में श्रद्धालुओं के लिए मेडिकल टीम मुस्तैद रहेगी साथ ही पेय जल की उपलब्धता रहेगी। वहीं, इस वर्ष काशी विश्वनाथ के दर्शन करने वाले भक्तों को बिल्कुल अलग ही अनुभूति होगी। पहली बार भक्त गंगा स्नान के बाद सीधे गेट वे ऑफ कॉरिडोर से बाबा विश्वनाथ के दरबार जा सकेंगे। मंदिर प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। खिड़कियां घाट और राजघाट से नाव के जरिए भक्त ललिता घाट पहुंचेंगे फिर गंगा जल लेकर सीधे भक्त बाबा विश्वनाथ के मंदिर जाकर उनका जलाभिषेक कर सकेंगे।इसके अलावा मंदिर प्रशासन की ओर से जारी श्री काशी विश्वनाथ टेम्पल ट्रस्ट एप पर रजिस्ट्रेशन के जरिए दर्शन के लिए अपना स्लॉट बुक करा सकते हैं.वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि अब तक इस एप पर दर्शन के लिए हजारों भक्तों ने स्लॉट की बुकिंग कर ली है।गंगा द्वार से आएंगे वीआईपी भक्तों केआवागमन का रूट भी निर्धारित हो गया है। महाशिवरात्रि पर जिस गेट से भक्त जायेगे उसी गेट से निकलेंगे। नन्दी फरिया से जो जायेगे वो गोदौलिया गेट से निकलेंगे। ढुंढिराज से जो लोग जायेगे उसी गेट से निकलेंगे। सरस्वती फाटक से जो लोग जायेगे उसी से रास्ते से निकलेंगे। गंगा द्वार से जायेगे उसी गेट से निकलेंगे। वीआईपी गंगा द्वार से आएंगे।दिव्यांग बुजुर्ग चार नंबरगेट से जाएंगे। मैदागिन से गोदौलिया गेट और नन्दी फरिया से गोदौलिया तक स्टील की बैरिकेटिंग भी लगाई गई है ताकि बाबा के भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो ।पुलिस प्रसासन भी मुस्तैदी से कार्य व सेवा करते रहेंगे ।