लखनऊ। सूफी संत हजरत ख्वाजा मोहम्मद नबी रजा शाह अलमारूफ दादा मियां (रह.) का 116वा वार्षिक उर्स आज पारंपरिक रस्म परचम कुशाई के साथ शुरू हो गया है।
रविउल अव्वल की पहली तारीख़ को दरगाह दादा मियाँ खानकाह शाहे रज़ा माल एयून्यू लखनऊ में परचम कुशाई होती है।
हर साल की तरह इस साल भी 8 अक्टूबर से 12 अक्टूबर 2023 तक होने वाले उर्स मुबारक पर राष्ट्रीय एकता के आधार पर परंपरागत ढंग से परचम कुशाई का आयोजन हुआ इसी के साथ उर्स की सभी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
परचम कुशाइ से पहले महफिले समा का आयोजन हुआ जिसमें कव्वालो ने सूफियाना कलाम पेश किया, इससे पहले मस्जिद शाहे रजा के इमाम कारी अनवर ने परचम कुशाई के महत्व के बारे में लोगों को बताया।