लखनऊ/ बुशरा असलम। उत्तर प्रदेश में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन करने वाले लोगों के खिलाफ सीएम योगी आदित्यनाथ ने सख्त रुख अख्तियार किया था. योगी सरकार नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन से सख्ती से निपटी थी और दो दर्जन के करीब प्रदर्शनकारियों की पुलिस फायरिंग में मौत भी हो गई थी. इतना ही नहीं विरोध प्रदर्शन के दौरान सार्वजनिक और निजी संपत्तियों के नुकसान की भरपाई के लिए प्रदर्शनकारियों से वसूली की गई थी. उनके पोस्टर भी चौराहों पर चस्पा किए गए थे. सीएम योगी ने विधानसभा में कहा था जो भी लोग प्रदर्शन में मरे हैं, वह निर्दोष नहीं हैं. दंगाई खुद अपनी ही गोली से मरे हैं. सीएम योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा था कि जो कोई भी कानून का मजाक उड़ाएगा, वह अंजाम भुगतेगा. योगी सरकार की देखा देखी गुजरात की रुपाणी सरकार और मध्य प्रदेश की शिवराज सरकार ने भी प्रदर्शनकारियों से हर्जाना वसूल करने के निर्देश दिए थे.