लखनऊ/ बुशरा असलम। योगी आदित्यनाथ ने जब सूबे की कमान संभाली तो उसके बाद ही उनके रडार पर कई मुस्लिम नेता रहे हैं. समाजवादी पार्टी के मुस्लिम चेहरा माने जाने वाले आजम खान पर टेढ़ी नजर रही. पिछले चार साल में आजम खान पर 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज किए गए हैं और आजम खान सहित उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम खान को जेल जाना पड़ा. आजम खान की पत्नी जमानत पर बाहर आई हैं, लेकिन आजम और उनके बेटे अभी भी बंद है. आजम खान के जौहर विश्विविद्यालय पर भी योगी सरकार की नजर टेढ़ी रही है, उसकी बाउंड्री तोड़े जाने से लेकर जमीन तक की लीज को भी खत्म किया गया है.
योगी सरकार ने सिर्फ आजम खान के खिलाफ एक्शन लिया बल्कि बाहुबली मुख्तार अंसारी और अतीक अहमद पर भी सख्त कार्रवाई की है. इन दोनों मुस्लिम बाहुबलियों के अवैध निर्माण पर बुलडोजर चलवा कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्वांचल ही नहीं हिंदी पट्टी में अपनी अलग पहचान बना ली है. पंजाब की जेल में बंद मुख्तार अंसारी को उत्तर प्रदेश लाने के लिए योगी सरकार सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गई. हालांकि, उन्होंने हिंदू बाहुबली खासकर राजपूत नेता पर एक्शन उसी तरह से नहीं लिया जिस तरह से उन्होंने मुख्तार और अतीक को लेकर किया. यूपी प्रशासन ने उनके तमाम साथियों के अवैध घर और मार्केट को जमीदोज कर दिया. कोई योगी की राजनीति से भले ही सहमत न हो पर उनकी हिंदुत्व की राजनीति इससे बहुत मजबूत हुई है.