लखनऊ/ शाहिद। मुख्य सचिव आर के तिवारी ने कहा है कि हर जिले में भीड़-भाड़ वाले क्षेत्र तथा स्कूल-कॉलेज आदि में कोविड-19 की जांच किए जाने के लिए क्षेत्रवार कैलेंडर तैयार किया गया है, जो पहले ही सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों को उपलब्ध कराया जा चुका है। इस कैलेंडर के अनुसार ही प्राथमिकता के आधार पर कार्रवाई की जाए। उन्होंने वर्तमान में दस्तक अभियान में घर-घर भ्रमण कर रहे फ्रंट लाइन वर्कर से प्रतिदिन ऐसे क्षेत्रों के विषय में जानकारी लेने का निर्देश दिया है, जहां देश के अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में नागरिक वापस आए हैं। ऐसे क्षेत्रों में सतन सघन निगरानी एवं नियमित कोविड-19 की जांच कराई जाए।
महाराष्ट्र, केरल और पंजाब से आने वालों की टेस्टिंग अनिवार्य
जिन पांच राज्यों में कोरोना संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है वहां से आने वालों की कोविड जांच अनिवार्य कर दी गई है। इनमें खासतौर पर महाराष्ट्र, केरल, पंजाब शामिल हैं। यानी मुम्बई, पुणे, चंडीगढ़, कोच्चि से आ रहे यात्रियों पर अब खास नजर रखी जाएगी। पुलिस कमिश्नर और डीएम ने संयुक्त रूप से ये निर्देश दिए हैं। ज्यादा संक्रमितों वाले राज्यों को खतरनाक श्रेणी में रखा गया है। इन स्थानों से आने वाले यात्रियों की एयरपोर्ट पर अनिवार्य रूप से कोरोना जांच कराई जाएगी। जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने इस आशय के निर्देश दिए हैँ।
साथ ही एयरपोर्ट पर टेस्टिंग के लिए ज्यादा पैसे न लेने के सख्त निर्देश दिए। आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने ‘विदेश से आ रहे यात्रियों से जांच के नाम पर लग रही 900 रुपए की चपत’ खबर प्रकाशित की थी। इसका संज्ञान लेते हुए डीएम ने एयरपोर्ट प्रबंधन को सख्त निर्देश दिए हैं कि कोरोना जांच संक्रमण रोकने के लिए है। इसके लिए यात्रियों ने अनावश्यक धन न वसूला जाए। डीएम ने एयरपोर्ट पर काम कर रहे कर्मचारियों का भी कोविड टेस्ट कराने का निर्देश दिया है। इसके अलावा गुरुवार से रेलवे स्टेशन, बस स्टॉप, सर्विलांस ट्रेसिंग और टेस्टिंग कराने के निर्देश दिए हैं। इन स्थानों पर कैंटीन, खाने पीने की स्टॉल और दुकानों के कर्मचारियों की भी कोविड टेस्टिंग कराने के निर्देश जिलाधिकारी ने दिए हैं।