मथुरा/ मदन सारस्वत। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मण महासभा की एक मीटिंग आज सनातन संस्कार धाम आनंद वाटिका में हुई जिसमें महासभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष पंडित श्री बिहारी लाल वशिष्ठ ने कहा कि वर्तमान में महासभा मांग करती है संपूर्ण उत्तर प्रदेश में जितने भी मठ मंदिर हैं उनका किसी भी तरह अधिग्रहण न किया जाए ना ही उनका साइन बोर्ड बनाया जाए क्योंकि ब्राह्मणों की आजीविका से जुड़े हुए हैं इस पर सभी पार्टियों को गंभीरता से चिंतन करना चाहिए एवं अपने चुनावी घोषणा पत्र में उसको स्थान देना चाहिए लखनऊ से पधारे महासभा के लखनऊ अध्यक्ष श्री कुलदीप अवस्थी जी ने कहा कि पूरे प्रदेश में ब्राह्मण समाज लगभग 13% है और सब एक है तथा ब्राह्मण समाज किसी भी राजनीतिक प्रलोभन में आने वाला नहीं है वह अपने अधिकारों के लिए भली भांति जानता है तथा समय आने पर अपने मताधिकार का सही उपयोग करेगा नगर अध्यक्ष आचार्य रामविलास चतुर्वेदी ने कहा कि वर्तमान में प्रदेश की जिस प्रकार से विकास उनके कार्यों की स्थिति चल रही है उसमें मथुरा वृंदावन काफी पीछे है हम महासभा की ओर से मांग करते हैं कि मथुरा वृंदावन विधानसभा सीट पर भारतीय जनता पार्टी के द्वारा श्री योगी आदित्यनाथ जी को चुनाव लड़ना चाहिए श्री करण कृष्ण गोस्वामी ने कहा कि ब्रज मंडल में जिस प्रकार से 84 कोष को विकसित करने के लिए घोषणा की गई है उसको अति शीघ्र क्रियान्वयन में लाया जाए तथा वृंदावन में जिस प्रकार से कोरोना की गाइडलाइंस का पालन करते हुए मंदिरों में दर्शनार्थी आ रहे हैं उनको किसी भी प्रकार से रोका ना जाए श्री कृष्ण कन्हैया पद रेणु जी ने कहा कि ब्रज मंडल समस्त हिंदुओं के भाव को रखते हुए भगवान कृष्ण की जन्मभूमि पर अति शीघ्र मंदिर का निर्माण हो इस बारे में सभी पार्टियों को अपने घोषणा पत्र में स्थान देना चाहिए श्री आनंद कृष्ण जी महाराज ने कहा कि ब्रज मंडल पूरे विश्व में एक अलग स्थान रखता है बृज वासियों के भाव को प्राथमिकता देते हुए इस चुनावी माहौल में ब्राह्मणों को अधिक से अधिक सीट दी जाए तथा इस बार जो पार्टी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री बनाने की घोषणा करेगा ब्राह्मण उसी पार्टी को अपना समर्थन देंगे श्री ईश्वर चंद रावत ने कहां की इस बार चुनाव के समय सभी अपने घरों से निकले एवं सभी अपने मताधिकार का प्रयोग करें एवं जनहित में कार्य करने वाली पार्टी को ही अपना बहुमूल्य मत देकर विजय बनाएं इस अवसर पर श्री अखिलेश शास्त्री राम गोपाल मिश्र राम जी शास्त्री गुलशन चतुर्वेदी श्री स्वामी देवकीनंदन रासाचार्य सिद्धार्थ त्रिपाठी बृजेश शास्त्री बालकृष्ण शर्मा बालो पंडितआचार्य यदुनंदन जी वेदांत आचार्य आदि अनेकों लोग उपस्थित रहे।