कान्हा की नगरी में दशहरा पर हुई रावण की पूजा
-फिर उठी आवाज सती प्रथा की तरह रावण का पुतला दहन भी होना चाहिए बंद
-मथुरा में दशहरा पर्व पर लंकेश भक्त मंडल प्रतिवर्ष करता है आयोजन
Report -ज़ीशान अहमद मथुरा
मथुरा। मथुरा में दशहरा पर जहां एक ओर जगह जगह रावण के पुतला दहन हुए वहीं लंकेश भक्त मंडल ने रावण के पुतला दहन की परंपरा को बंद करने की मांग एक बार फिर उठाई। भक्त मंडल द्वारा लंकेश की महाआरती के बाद विधिवत पूजा अर्चना भी किया गया। आवाज उठाई गई कि जिस तरह से सती प्रथा को खत्म किया गया, उसी तरह से रावण के दहन की परंपरा को भी बंद किया जाना चाहिए। यमुनापार स्थित शिव मंदिर पर भगवान शिव के परम भक्त प्रकांड विद्वान महापंडित दशानन रावण की महाआरती करते हुए लोग। महानगर के यमुनापार स्थित शिव मंदिर पर भगवान शिव के परम भक्त शिव तांडव स्त्रोत के रचयिता प्रकांड विद्वान महापंडित दशानन की महाआरती की गई। रावण के स्वरूप द्वारा भगवान भोलेनाथ की उपासना की गई। शिव भक्तों के द्वारा रावण के पुतला दहन का विरोध किया गया। मंदिर में जय लंकेश के जय शिव के नारे लगाए गए। विजय दशमी पर्व पर जहां देश भर में रावण दहन हो रहा है वही लंकेश भक्तो के द्वारा शिव मंदिर पर रावण के स्वरूप की विधि विधान से पूजा अर्चना की गई। सारस्वत ब्राह्मणों के अलावा अन्य शिव भक्तों ने भी रावण की महाआरती की। रावण के स्वरूप के द्वारा सनातन विधि से भगवान भोलेनाथ की शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। रावण के स्वरूप के द्वारा एवं शिव भक्तों के द्वारा भोले नाथ की आरती की गई।वाद में फिर लंकेश भक्तों के द्वारा महाराज दशानन की महाआरती की गई।
लंकेश भक्त मंडल के अध्यक्ष ओमवीर सारस्वत एड. ने इस मौके पर कहा कि रावण प्रकांड विद्वान महापंडित थे। भगवान श्री राम ने लंका पर विजय प्राप्त करने हेतु रावण से भगवान भोलेनाथ की पूजा कराई थी। रावण सीता जी को अशोक वाटिका के अपने साथ लेकर आए थे। भगवान श्री राम ने जब उन्हें अपना आचार्य बनाया था तो अब हमारी समाज के कुछ लोग उनका पुतला दहन करके क्यों अपमान कर रहे है। हिंदू संस्कृति में एक व्यक्ति का एक बार ही अन्तिम संस्कार किया जाता हैं। प्रकांड महा ज्ञानी महात्मा रावण का पुतला दहन बंद होना चाहिए। इस अवसर पर संजय सारस्वत देवेंद्र वर्मा हरिश्चंद्र सारस्वत ब्रजेश सारस्वत सुनील सारस्वत एस के सारस्वत, यमुना प्रसाद यादव, चंद्रमोहन सारस्वत देवेंद्र सारस्वत किशन सारस्वत अनिल सारस्वत, अजय सारस्वत कृष्ण हरिओम सारस्वत
गोपाल सारस्वत मुकेश सारस्वत डा देव बालयोगी रजत सारस्वत भूपेंद्र धनगर अरुण भारद्वाज आदि दर्जनों लोग उपस्थित रहे।
फोटो-24 यूपीएच मथुरा 08
चित्र परिचय- लंकेश भक्त मंडल के सदस्य दशहरा पर रावण की आरती उतारते हुए।