छावनी लाइन,गाजीपुर। मनोहर दास बाबा का 200 साल पुराना ऐतिहासिक धाम आज जर्जर अवस्था में पहुंच गया है। यह धाम स्थानीय निवासियों और भक्तों के लिए आस्था का केंद्र रहा है, लेकिन समय के साथ उचित रखरखाव के अभाव में इसका स्वरूप बिगड़ता जा रहा है।
धाम की दीवारों में दरारें आ गई हैं, छत से प्लास्टर झड़ रहा है, और कई हिस्सों में संरचना कमजोर हो गई है। बरसात के मौसम में धाम के अंदर पानी टपकने की समस्या भी सामने आई है, जिससे श्रद्धालुओं को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि यह धाम केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि सांस्कृतिक धरोहर भी है। इसके संरक्षण के लिए उन्होंने प्रशासन से गुहार लगाई है।
एक स्थानीय निवासी ने कहा, “यह धाम हमारी पहचान है। अगर इसका समय पर संरक्षण नहीं किया गया तो हमारी आने वाली पीढ़ियां इस धरोहर से वंचित रह जाएंगी।
धाम के रखरखाव के लिए अब तक कोई सरकारी कदम नहीं उठाया गया है। ग्रामीणों और भक्तों ने सरकार और पुरातत्व विभाग से इस धरोहर को संरक्षित करने और इसे पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की अपील की है।
यह धाम ऐतिहासिक और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, और इसे संरक्षित करना हमारी सांस्कृतिक जिम्मेदारी है। अब देखना यह है कि प्रशासन कब इस ओर ध्यान देता है और इस ऐतिहासिक धरोहर को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाते हैं।