रिपोर्ट -पवन गुप्ता मथुरा
मथुरा श्री रंगलक्ष्मी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय श्रीधाम वृन्दावन एवं संस्कृत भारती ब्रज प्रांत के संयुक्त तत्त्वावधान में संस्कृत पखवाड़ा के अन्तर्गत संस्कृत भाषा को जनसाधारण की भाषा बनाने के उद्देश्य से श्रीधाम वृन्दावन में श्री रंगलक्ष्मी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय से संस्कृत जागरूकता शोभा यात्रा निकाली गई ।शोभा यात्रा में भारी संख्या में संस्कृत महाविद्यालयों के छात्रों ने भाग लेकर संस्कृत भाषा को जन जन की भाषा बनाने के लिए प्रचार प्रसार किया।इस अवसर पर जयतु संस्कृतम् जयतु भारतम्, ग्रामे ग्रामे संस्कृत भाषा,नगरे नगरे संस्कृत भाषा, वदतु वदतु संस्कृत भाषा आदि जयघोष करते हुए संस्कृत भारती ब्रज प्रान्त मथुरा महानगर के पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं ने उत्साह के साथ भाग लिया।यह शोभायात्रा श्री रंगलक्ष्मी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय से प्रारम्भ होकर नगर पालिका चौराहा, बस स्टैंड, अटल्ला चूंगी चौराहा होकर परिक्रमा मार्ग स्थित सोऽहम् आश्रम पर पहुंची। शोभायात्रा में छात्र छात्राओं द्वारा संस्कृत गीत “सुरससुबोधा विश्वमनोज्ञा,ललिता हृद्या रमणीया । अमृतवाणी संस्कृत भाषा, नैव क्लिष्टा न च कठिना। एवं लोकहितं मम करणीयम् आदि प्रेरणास्पद संस्कृत गीत सामूहिक रूप से सस्वर गाया गया। शोभा यात्रा का स्थान स्थान पर धार्मिक, सामाजिक, व्यवसायिक व शैक्षणिक संस्थानों द्वारा पुष्प वर्षा कर उत्साह के साथ स्वागत किया गया ।शोभा यात्रा का समापन श्री धाम वृन्दावन परिक्रमा मार्ग स्थित सोऽहम् आश्रम पर विद्वत गोष्ठी के साथ किया गया। इस अवसर पर श्री रंगलक्ष्मी आदर्श संस्कृत महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ अनिलानन्द ने कहा कि संस्कृत भाषा को लेकर विश्व के अनेक देशों में आकर्षण बढ़ रहा है और हमारे प्राचीन धर्मग्रंथों पर शोध कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा संस्कृत भाषा के प्रति जनसाधारण में आकर्षण पैदा करने के लिए संस्कृत पखवाड़ा के अन्तर्गत संस्कृतम् वदतु अभियानम् घर घर सम्पर्क कर चलाया जाएगा। संस्कृत भारती ब्रज प्रान्त मथुरा महानगर अध्यक्ष आचार्य ब्रजेन्द्र नागर ने सम्बोधित करते हुए कहा कि संस्कृत भाषा को जन जन की भाषा बनाने के उद्देश्य से संस्कृत भारती द्वारा श्रावण पूर्णिमा पर विश्व संस्कृत दिवस मनाया गया और पंद्रह दिवसीय विभिन्न कार्यक्रमों के साथ संस्कृत पखवाड़ा मनाया जा रहा है और छात्र छात्राओं में संस्कृत भाषा के प्रति आकर्षण पैदा करने के उद्देश्य से विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जा रहा है जिसमें संस्कृत गीत प्रतियोगिता, सुभाषित लेखन प्रतियोगिता, गीता पाठ प्रतियोगिता, संस्कृत निबंध लेखन प्रतियोगिता, गायत्री मंत्र लेखन व वाचन प्रतियोगिता संस्कृत भाषण प्रतियोगिता आदि तथा विद्वत् गोष्ठी और संस्कृत भाषा के विद्वानों का सम्मान समारोह, पुरुस्कार वितरण के साथ संस्कृत पखवाड़ा का समापन किया जाएगा।संस्कृत भारती ब्रज प्रान्त मंत्री धर्मेन्द्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि संस्कृत भाषा विश्व की सबसे प्राचीन भाषा है वर्तमान में विश्व के अनेक देशों में वैज्ञानिकों द्वारा संस्कृत को कम्प्यूटर के लिए सबसे उपयोगी भाषा मान रहे हैं।सोऽहम् आश्रम के महन्त परम पूज्य गौरवानन्द जी महाराज ने अपने आशीर्वचन में कहा कि भारतीय संस्कृति, सभ्यता और संस्कार को सुरक्षित रखना है तो नई पीढ़ी को संस्कृत भाषा का ज्ञान अति आवश्यक है।शोभायात्रा में प्रमुख रूप से संस्कृत भारती ब्रज प्रान्त संगठन मंत्री नरेन्द्र भागीरथी, गंगाधर अरोड़ा, हरस्वरुप यादव, संदीप चौधरी , लक्ष्मीनारायण,राधा शर्मा डा रितेश कुमार पाण्डेय, डा केशव प्रसाद पौडियाल, डॉ विभा गोस्वामी, डॉ राजेश कुमार शुक्ल, अंकित पालीवाल, श्याम जुनेजा , कपिल सक्सेना, भगवान दास,सुधीर कुमार, ब्रजनन्दन शर्मा,सेवाज्ञ संस्थानम् से आशीष कुमार, अरुण श्रीवास्तव,टीकाराम पांडेय आदि भारी संख्या में लोग उपस्थित रहे।