मथुरा ( ज़ीशान अहमद )संस्कृति स्पोर्ट्स फिएस्टाः2024 का हुआ सुभारम्भ संस्कृति विश्वविद्यालय के स्पोर्ट्स ‘फिएस्टाः 2024’ का शुभारंभ करने पहुंचे मुख्य अतिथि प्रसिद्ध क्रिकेट खिलाड़ी, कोच, रैफरी केके शर्मा ने कहा कि आपका एक लक्ष्य होना चाहिए और उस लक्ष्य को पाने के लिए आपके अंदर एक (बर्निंग डिजायर) भूख होनी चाहिए। अपने लक्ष्य को पाने के लिए सारी ताकत लगा दें। यदि कभी सफलता न मिले तो अपने को हारा हुआ महसूस न करें फिर जुट जाएं और तब तक प्रयास करें जबतक लक्ष्य हासिल न हो जाए।रेलवे की ओर से रणजी खेलने वाले पूर्व डिवीजनल सीटीआई क्रिकेटर किशोर शर्मा(केके शर्मा) ने संस्कृति के विद्यार्थियों की हौसला अफजाई करते हुए कहा कि आप बहुत भाग्यशाली हैं जो इस विवि में आपको पढ़ने का मौका मिला है। उन्होने देश के नामचीन खिलाड़ियों का उदाहरण देते हुए बताया कि किस तरह से उन्होंने लगातार प्रयास कर सफलती पाई और देश का नाम रौशन किया। मैं यहां आकर अचंभित हूं कि विवि ने कितने उच्चस्तरीय संसाधन सभी खेलों के लिए उपलब्ध करा रखे हैं। उन्होंने कहा कि आप प्रयास करेंगे तो देश के लिए क्रिकेट, बैडमिंटन, वेटलिफ्टिंग आदि भी खेल सकते हैं। उन्होंने नारा देते हुए कहा कि खेलो संस्कृतियन खेलो, जीभर के खेलो।विशिष्ठ अतिथि वरिष्ठ बैडमिंटन, टेबिल टेनिस खिलाड़ी प्रदीप कुलश्रेष्ठ ने कहा कि कठिन परिश्रम का कोई विकल्प नहीं है। सफलता हासिल करने के लिए कठिन परिश्रम करना ही पड़ेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को कहा कि आप जिस खेल में भी रुचि रखते हैं उसमें आगे बढ़ने के लिए सभी प्रयास करें आपको सफलता जरूर मिलेगी। उन्होंने कहा कि पुरानी कहावत बदल लीजिए और खूब पैर फैलाइए, चादर आपको बड़ी मिल ही जाएगी।संस्कृति विवि के कुलाधिपति डा. सचिन गुप्ता ने कहा कि खेल एक ऐसा माध्यम है जिससे आप अपनी क्षमताओं का आकलन कर सकते हैं। खेलने से मानसिक शक्ति, टीम भावना, स्किल का विकास होता है इसलिए खूब खेलें और खूब पढ़ें, आपकी तरक्की सुनिश्चित है।संस्कृति विवि की सीईओ श्रीमती मीनाक्षी शर्मा, डाइरेक्टर जनरल डा. जेपी शर्मा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन किया। डा. रजनीश त्यागी ने खेलों के महत्व पर प्रकाश डाला। स्पोर्ट्स फिएस्टाः2024 का शुभारंभ मुख्य अतिथि क्रिकेटर केके शर्मा ने मशाल जलाकर और गुब्बारे उड़ाकर किया। इस मौके पर मुख्य अतिथि ने विवि के एक छात्र को अपने पैड भी गिफ्ट किए। अंत में संस्कृति स्टूडेंट वेलफेयर के डीन डा. डीएस तौमर ने धन्यवाद ज्ञापित किया। उद्घाटन सत्र का संचालन वरिष्ठ प्रबंधक अनुजा गुप्ता ने किया।