संविद गुरुकुलम बालिका सैनिक स्कूल वात्सल्य ग्राम में “वसुधैव कुटुंबकम” की अवधारणा पर कार्यक्रम

 

रिपोर्ट – धर्म यात्रा ब्यूरो

वृन्दावन संविद गुरुकुलम बालिका सैनिक स्कूल वात्सल्य ग्राम में “वसुधैव कुटुंबकम” की अवधारणा पर आधारित सांस्कृतिक आदान-प्रदान (कल्चर एक्सचेंज ) कार्यक्रम में न्यूटन हाई स्कूल कनेक्टीकट यू एस ए के छात्र-छात्राओं ने 8 फरवरी से 14 फरवरी 2025 तक साप्ताहिक प्रवास का समापन समारोह का शुभारम्भ अतिथियों द्वारा माँ वीणापाणि के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
न्यू टाउन से आईं 11 छात्राओं के दल ने एक सप्ताह रहकर साध्वी ऋतंभरा द्वारा संचालित भाव संबंधों पर बनी पारिवारिक व्यवस्था को जाना और समझा बच्चों के साथ रहकर उनके शिक्षण- प्रशिक्षण के बारे में जाना और उनके आत्मीय प्रेम को समझा,भारतीय संस्कृति के अहम पहलुओं को अंगीकार करते हुए सात दिन के अल्प समय में बहुत कुछ सीखा जिसे समापन समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुति कर कश्मीर, पंजाब, राजस्थान, बंगाल आदि की सांस्कृतिक विरासत को अपने मनमोहक नृत्य द्वारा प्रस्तुत किया, साथ ही संविद गुरुकुलम की छात्राओं के साथ वेद मित्रों का वाचन किया। समारोह में कृष्णा ब्रह्म रतन विद्या मंदिर,वैशिष्टयम स्कूल के बच्चों ने भी अपनी मनमोहक सांस्कृतिक प्रस्तुति दी।मुख्य अतिथि राजीव गुप्ता ने अपने उद्बोधन में कहा कि न्यू टाउन की छात्राओं ने संविद की छात्राओं के साथ में भारतीय परंपराओं को जाना और समझा है वह सराहनीय है यह एक “मैत्री मिलन” था। न्यू टाउन की छात्राओं ने यहां आकर के यहां की भाषा यहां के परिवेश, यहां की सांस्कृतिक विरासत को जाना है और उसका प्रदर्शन भी किया है। यह अत्यंत सराहनीय है, आगे भी इस प्रकार के सांस्कृतिक सौहार्द के आयोजन होते रहने चाहिए।
विशिष्ट अतिथि मेजर जनरल पृथ्वी सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब मैं सेवा में था तो मेरा अलग दृष्टिकोण था किंतु दीदी मां साध्वी ऋतंभरा से मिलकर मेरा दृष्टिकोण ही बदल गया वह सच्चे अर्थों में राष्ट्रभक्त संत हैं। उन्होंने वात्सल्य ग्राम में भाव संबंधों पर आधारित अतुलनी सेवा प्रकल्प खड़ा किया है जिसे समझने के लिए अमेरिका न्यू टाउन से छात्र – छात्राएं आते हैं यहां के प्रेम, यहां का कलर समझते हैं और उसे अपना कर अपने देश में प्रदर्शित करते हैं यह भारत के लिए सौभाग्य का विषय है यह “वसुधैव कुटुंबकम” का सटीक उदाहरण है, दूसरे देश के बच्चे भारत आते हैं और संविद स्कूल के बच्चों के साथ वेदांत सीखते हैं यहां का खान-पान,यहां का रहन – सहन यहां से मिलने वाला प्रेम उन्हें हर वर्ष संविद आने को प्रेरित करता है यही हमारी सांस्कृतिक उपलब्धता है।
इस अवसर पर न्यू टाउन से एडिन, कैरा, आदान,इसाबेल्ल, फोएबे, ग्रेस, एडी, आया, आवडरे, लिली, एमिली, सुसन, लर्री, रयान आदि ने सहभागिता की।
कार्यक्रम में करनाल तृप्ति अग्रवाल, अध्यक्ष संजय भैया, डायरेक्टर सुमन लता, महेश खंडेलवाल, प्रधानाचार्य नीतू दांडी एवं संविद गुरुकुलम परिवार की विशेष उपस्थिति रही अंत में नीतू दाँडी ने सभी का आभार व्यक्त किया।

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