*बड़े बेटे, पति की हो चुकी है मृत्यु, छोटा बेटा नशा मुक्ति केंद्र पर कैद*
*वृद्ध पीड़िता मदद के लिए दर दर की ठोकर खाने को मजबूर*
*पति की मृत्यु के बाद संपत्ति हड़पने की साजिश*
आगरा। अर्जुन नगर निवासी पीड़ित वृद्ध किरण सिंह कुशवाह ने प्रेसवार्ता कर मीडिया को अपनी और अपने छोटे बेटे राजा सत्यव्रत की षड्यंत्र के तहत हत्या होने की आशंका जताई। उन्होंने कहा कि मेरी बड़ी बहू अमृता सिंह ने संम्पति हड़पने के लिए षड्यंत्र के तहत बड़े बेटे राजा प्रियवत की कुछ देकर हत्या कर दी और मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं था तो किरायेनामा के नाम पर धोखे से मेरे होटल इंद्रप्रस्थ की पावर अटॉर्नी अपने नाम करवा ली। तत्काल अमृता सिंह ने अपने पिता व भाई के नाम रजिस्ट्री कर दी। इसकी जानकारी होते ही कुछ ही दिनों बाद मेरे पति रामवीर सिंह कुशवाह को लगे गहरे सदमे से मृत्यु हो गयी।
किरण सिंह कुशवाह ने आगे बताया कि शेष बचा मेरा छोटा बेटा सत्यव्रत को पत्नी दिव्या राजावृत ने नशे का आदि बताकर नशा मुक्ति केंद्र देहरादून में ले जाकर कैद कर दिया है। मेरी बेटे से बात भी नहीं कराई जा रही है। मुझे डर है कि संपत्ति के लालच में अपने छोटे पुत्र को भी ना खो दूँ। इस षड्यंत्र में मेरी दोनों बहुओ के साथ मेरा जेठ धर्मेंद्र व अन्य परिवारीजन भी शामिल है। जिसने मुझे अपनी और अपने बेटे की जान का खतरा है।
मेने मामले की शिकायत थाना शाहगंज, पुलिस आयुक्त, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से लेकर जनसुनवाई पोर्टल पर मुख्यमंत्री से भी की पर कोई कार्यवाई नहीं हुई। राष्ट्रीय लोक शिकायत एवं जाँच आयोग संगठन के कार्यालय पर मदद के लिए किरण देवी ने संपर्क किया तो पारुल सिंह ने मामले में अब कोई अन्याय नहीं होगा और मदद के लिए उनके साथ होने का भरोसा दिलाया हैँ