आगरा । ताजनगरी आगरा के विकासखंड एत्मादपुर के प्राथमिक विद्यालय नगला केहरी में कार्यरत शिक्षामित्र ओमकार सिंह यादव की मानसिक अवसाद के कारण आज रात ह्र्दयघति रुकने से मृत्यु हो गयी। ओमकार सिंह यादव की 2003में शिक्षामित्र के पद पर नगला केहरी में नियुक्ति हुई थी विद्यालय के किसी बात को लेकर प्रधानाध्यापक के साथ झगड़ा होने से झूठे केश में फंसा दिया गया था खण्ड शिक्षा अधिकारी द्वारा इस कारण मूल विद्यालय से हटाकर घड़ी हरलाल में अस्थाई अटैचमेंट कर दिया गया था तब से वहीं शिक्षण कार्य कर रहे थे यहाँ भी विवाद की स्थिति बनी रहती थी अभी कुछ समय पूर्व विद्यालय की प्रधानाध्यापिका द्वारा उपस्थित रजिस्टर गायब कर दिया गया था और रजिस्टर चोरी का झूठा आरोप ओमकार सिंह के ऊपर लगा दिया था बाद में जाँच में स्वयं दोषी पायी गयी थी पूर्व के मूल विद्यालय नगला केहरी में विवाद के समय का दो साल का मानदेय भुगतान न होने तथा माननीय सुप्रीम कोर्ट से समायोजन निरस्त होने के बाद मानसिक तनाब में रहते थे लंबित मानदेय/एरियर भुगतान की माँग को लेकर अधिकारियों तथा कोर्ट तक गुहार लगाई कोर्ट से आदेश भी हुआ लेकिन बजट का बहाना बनाकर भुगतान नहीं किया गया अभी पिछले माह 27 नबंवर को तबियत खराब होने पर हार्ट का ऑपरेशन कराया था आज रात अचानक से ह्र्दयघति रुकने से 53 साल की उम्र में असामयिक मृत्यु हो गयी । जनपद आगरा में पिछले पाँच दिन में यह दूसरी घटना है इससे पूर्व विकासखंड खेरागढ़ में कार्यरत शिक्षामित्र राकेश सिंह सिकरवार की बिगत सोमबार को इलाज के अभाव में असाध्य बीमारी से मृत्यु हो गयी । आर्थिक तंगी तथा मानसिक अवसाद से ग्रसित होकर जनपद में अबतक 50 से अधिक शिक्षामित्र दम तोड़ चुके हैं वहीं यदि प्रदेश की बात की जाए तो 10000 से अधिक शिक्षामित्र काल के गाल में समा चुके हैं । उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र सिंह छौंकर ने साथी ओमकार सिंह यादव की मृत्यु पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सरकार पर वादा खिलाफी तथा संवेदन हीनता का आरोप लगाया है मृतक ने अपने पीछे पत्नी तीन बेटा व एक बेटी को छोड़ा है।