*भूमि बेचीं नहीं बल्कि दानदाता को वापस की : राष्ट्रीय अध्यक्ष*
*माथुर वैश्य महासभा के वर्तमान अध्यक्ष ने आरोपों का किया खण्डन*
*देशभर से बैठक में शामिल हुए सौ से अधिक पदाधिकारी, आरोपों को बताया मनगढंत*
आगरा। अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा की ओर से पचकुइयां स्थित भवन पर बीते दिनों दान में मिले हुए भू–खण्ड को बेचने लगे आरोपों का खंडन करने हेतु एक बैठक का आयोजन किया। वर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता(बनारस) ने कहा कि मैने महासभा की मथुरा में प्राप्त दान भू-खण्ड को न तो बेच सकता हॅू और न ही बिक्री किया है। वास्तविकता यह है कि मथुरा की सन्दर्भित 500 गज वर्ग भूमि वर्ष 2007 में सुशीला गुप्ता (मृतक) द्वारा वर्ष 2007 में जरिये दान में महासभा को दी थी परन्तु उस भूमि पर कभी भी महासभा ने ना तो कब्जा लिया और ना ही उस भूमि के राजस्व अभिलेखों में “अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा” का नाम अंकित कराकर भवन का निमार्ण कराया। दानदाता के परिवार के सदस्य द्वारा वाद सं0 1125 सन 2022 पुलकित बनाम अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा दाखिल कर भूमि के दान पत्र को निरस्त करने की याचना न्यायालय मथुरा में की गई। न्यायालय से वाद की सूचना प्राप्त होने पर महासभा द्वारा दान में मिली भूमि व वाद के सन्दर्भ में 5 सदस्यीय कमेटी बनाकर मामले की रिर्पोट देने का उत्तरदायित्व सौंपा गया। इस कमेटी में मण्डलाध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता राजा खेड़ा वाले, कुँवर अशोक कुमार गुप्ता भटटे वाले, निर्वाचन मण्डल अध्यक्ष एड. बंसत कुमार गुप्ता, ध्रुव कुमार और आचार्य विरेन्द्र कुमार गुप्ता शामिल थे । इस कमेटी ने यह रिर्पोट सौपी कि प्रश्नगत दान में मिली भूमि एक पतली सकरी गली में स्थित है जो बाउण्ड्री वाल से घीरी हुई है, साथ ही भूमि पर महासभा का कब्जा नहीं है व राजस्व व अन्य अभिलेखों में माथुर वैश्य महासभा का नाम दर्ज नहीं है व न्यायालय में भूमि का विवाद लम्बित है, ऐसी स्थिति में उक्त भूमि माथुर वैश्य महासभा के लिये औचित्यपूर्ण नहीं है अतः उसे दानदाता के परिवार को वापस कर दिया जाये ।
उन्होंने आगे कहा कि मैंने जब से अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के पूर्व के पदाधिकारियों से उनके कार्यकाल में किये गये कार्यो व आय-व्यय का आडिट कराकर उनसे स्पष्टीकरण माँगा है तभी से श्री रघुनाथ प्रसाद गुप्ता, अवनीश कान्त गुप्ता, राकेश कुमार गुप्ता कान्ट्रैक्टर, अनिल कुमार गुप्ता, मनोज कुमार गुप्ता, कुलदीप गुप्ता, संजय गुप्ता, कुमकुम गुप्ता सहित अन्य लोग मेरे विरुद्ध तरह-तरह से षडयन्त्र कारित करते हुये सुनियोजित तरीके से मेरे प्रत्येक कार्य का विरोध करते हुये मेरे विरुद्ध माथुर वैश्य समाज में मिथ्या दुष्प्रचार व अपमानजनक संदेश प्रचारित कर रहे हैं जिसके लिये मैंने इस सभी को मानहानि नोटिस भी प्रेषित किया है परन्तु ये लोग मुझे लगातार बदनाम कर रहे हैं ।
राष्ट्रीय महामंत्री सुनील कुमार गुप्ता ने कहा कि दानदाता के पुत्र राजुल कान्त गुप्ता द्वारा अपनी माता द्वारा दान की गई भूमि व उनके अंतिम इच्छा के सम्मान हेतु अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा को दिनांक 27 अप्रैल 2023 को 21,00,000/- (एक्कीस लाख रुपये) अपने परिवार की तरफ से दान दिया गया तथा वाद सं0 1125 / 2022 पुलकित बनाम अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा में राजीनामा के आधार पर दान पत्र दिनांकित 27 जुलाई 2007 निरस्त होने की बात तय हो गई व तदनुसार न्यायालय की डिकी अनुसार प्रश्नगत सम्पत्ति का स्वामित्व दान पत्र निरस्त होकर दानदाता के परिवार को वापस हो गया ।
कोषाध्यक्ष सीए नीरज कुमार गुप्ता ने कहा कि अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के आय-व्यय में काफी गड़बड़ी पाये जाने पर मैंने लेन-देन व खर्चो की अध्यक्ष ने आडिट कराने का निर्णय लिया तो पूर्व के पदाधिकारियों के एक गुट ने पोल खुलने की डर से षडयन्त्र कारित करते हुये सुनियोजित तरीके से विरोध करते हुये अध्यक्ष के विरुद्ध माथुर वैश्य समाज में मिथ्या दुष्प्रचार व अपमानजनक संदेश प्रचारित करना प्रारम्भ कर दिया व तानाशाही का आरोप लगाने लगे। साजिश करके अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा के संविधान के विपरित दिनांक 07 जुलाई 2024 को अवनीश कान्त गुप्ता को अखिल भारतीय माथुर वैश्य महासभा का अन्तरिम अध्यक्ष नियुक्त किया जिसका कोई विधिक प्रभाव कभी भी नहीं हुआ व मैं राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक गुप्ता (बनारस) पद पर आज भी कार्यरत है।
केन्द्रीय महिला मंडल अध्यक्षा दीपिका गुप्ता ने कहा कि अध्यक्ष अशोक कुमार गुप्ता(बनारस) के ऊपर लगाये गये सभी आरोप पूर्णत मनगढ़त, भ्रामक, विधिविरुद्ध व एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा है। उक्त दान में मिली सम्पत्ति दान दाता के परिवार को न्यायालय के आदेशानुसार दान दाता के परिवार को वापस किया गया न कि भूमि को विक्रय किया गया । बैठक देशभर से में माथुर वैश्य समाज के सौ से अधिक पदाधिकारियों ने भाग लिया। इस अवसर पर सुरेश गुप्ता बच्चू बाबू, एड. बसंत गुप्ता, मुकेश गुप्ता, सीए दिनेश गुप्ता, दीलीप गुप्ता, राकेश गुप्ता आदि मौजूद रहे।