Madan sarswat mathura
-श्रद्धालु, श्रोताओं ने किया देवकीनंदन महाराज का अभिनंदन
-सवालाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण कर किया अभिषेक
मथुरा। ठा. श्रीप्रियाकान्तजू मंदिर पर आयोजित शिव महापुराण कथा एवं अध्यात्म जागरण रजत जयंति महोत्सव का समापन हो गया। हरिकथाओं के माध्यम से सनातन धर्म प्रचार में 25 वर्ष पूर्ण करने पर शिष्यों ने भागवत प्रवक्ता देवकीनंदन ठाकुरजी महाराज का माल्यार्पण कर बधाई दीं। देवकीनंदन महाराज ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा को भक्तों के प्रेम और भगवद््कृपा का प्रसाद बताते हुए आभार व्यक्त किया। मंदिर परिसर में श्रद्धालु भक्तों ने महाशिवरात्रि पर सवालाख पार्थिव शिवलिंग निर्माण अभिषेक किया। वहीं एक सप्ताह से चल रहे रूद्र यज्ञ में पूर्णाहुति डालीं। आयोजन समापन से पूर्व विभिन्न स्थानों से आये श्रद्धालु भक्तों एवं शिष्यों ने देवकीनंदन महाराज का 51 किलो की पुष्पमाला पहनाकर अभिनंदन किय । 25 वर्षों की अध्यात्म यात्रा को भगवद्कृपा बताते हुये देवकीनंदन महाराज ने कहा कि भक्तों के प्रेम ने निरन्तर ऊर्जा प्रदान की है। उन्होंने कहा कि भगवद्निष्ठ श्रोताओं ने अपना बालक समझकर इतना प्रेम दिया है मैं उस ऋण को नहीं चुका सकता। इस अवसर पर मलूकपीठाधीश्वर स्वामी राजेन्द्र दास महाराज, विरक्त संत रमेश बाबा, संत लोकेश मुनी, संत विजय कोशल, सुतीक्ष्णदास महाराज, देवी चित्रलेखा, गोपाल मणि महाराज, प्रदीप मिश्रा, संजीव कृष्ण महाराज एवं अन्य संतजनों ने वीडियो संदेश के माध्यम से अपनी शुभकामनाऐं प्रदान कीं। विश्व शांति सेवा चैरीटेबल ट्रस्ट के सचिव विजय शर्मा ने कहा कि देवकीनंदन महाराज ने मात्र 17 वर्ष की अवस्था में सन् 1997 में दिल्ली से प्रेरणादायी कथाओं का प्रारम्भ किया जो आज तक अनवरत चल रहा है। देश के साथ विदेशों में श्रीमद्भागवत एवं श्रीरामकथाओं के माध्यम से सनातन धर्म का प्रचार कर रहे हैं। श्रीपाल जिंदल, शेराराम भादू, गोपाल स्नेही, आचार्य चन्द्रप्रकाश शर्मा, इन्द्रेश शरण, रवि रावत, सतीश गर्ग, दिनेश शर्मा, सुरेश जांगिड़, आदि शामिल रहे।