बिना सिल्ट सफाई के कई नहरों में छोड़ा पानी जांच की मांग सिटी मजिस्ट्रेट ने अपर आयुक्त से कराई वार्ता फिर किय धरना समाप्त
आगरा। कमिश्नर मैठम जी किसानों के दर्द को समझने वाला यहां पर कोई नजर नहीं आ रहा है। खाद, बीज और सिंचाई का किसान के सामने बढ़ा सकंट है। नहरों की सिल्ट सफाई तक नहीं हो सकी है। जिसके कारण अभी तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा जा सका है। कुछ में छोड़ा है, उनकी सफाई तक नहीं हो सकी है। इस स्थिति में किसान क्या करें। इस दर्ट के साथ किसानों ने गुरुवार दोपहर 12 बजे से शाम सवा सात बजे तक कमिश्नरी में धरना दिया।
किसान मजदूर नेता चौधरी दिलीप सिंह के नेतृत्व में दर्जनों किसान कमिश्नरी पहुंचे। उनका कहना है कि 31 अक्टूबर तक सिल्ट सफाई कराकर तीन नवंबर तक नहारों में
पानी छोड़ा जाना था, लेकिन अभी तक नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया है। जिसके कारण किसान पलेवट से लेकर आलू और सरसों की फसलों की सिंचाई के लिए परेशान है अधिशासी अभियंता सिंचाई मनमानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि आगरा के लिए ओखला बैराज पर 4800 क्यूसेक पानी उपलब्ध है। 1500
क्यूसेक पानी से चलाया जा रहा है। नहर सफाई में घोर लापरवाही बरती गई है। मौके पर पहुंचे सिटी मजिस्ट्रेट वेद सिंह चौहान ने किसानों की अपर आयुक्त से बात कराकर धरना समाप्त कराया है धरना देने वालों में मुख्य रूप से शेर सिंह, कन्हैया लाल शर्मा, रघुवीर सिंह, रमेशचंद्र, वीरपाल सिंह सैकडों किसान मौजूद रहे।