Madan sarswat mathura
53 टीबी मुक्त ग्राम पंचायतों के प्रधानों को जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
– टीबी मुक्त मथुरा की ओर तेजी से बढ़ रहे कदम
– सभी ग्राम पंचायतों को बनाया जाए टीबी मुक्त- जिलाधिकारी
मथुरा, कलेक्ट्रेट में बुधवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाई गई। जिलाधिकारी शैलेन्द्र कुमार सिंह ने कलेक्ट्रेट स्थित स्वच्छता वाटिका में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी एवं श्री लाल बहादुर शास्त्री जी के चित्र पर श्रद्धापूर्वक माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट सभागार में जनप्रतिनिधियों ने राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम वर्ष 2023-24 में जनपद के टीबी मुक्त 53 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को प्रशस्ति-पत्र तथा महात्मा गांधी जी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया।जिलाधिकारी ने सभी 495 ग्राम पंचायतों को मॉडल ग्राम पंचायत एवं टीबी मुक्त पंचायत बनाने के लिए प्रोत्साहित किया। जिलाधिकारी ने कहा कि जहां गांधी जी ने हमें सत्य और अहिंसा का पाठ पढ़ाया, वही श्री लाल बहादुर शास्त्री जी ने सौम्यता एवं शालीनता का। जिलाधिकारी ने कहा कि दोनों विभूतियों के विचार आज भी प्रासंगिक हैं दोनों ने हमें यह सिखाया है कि अपने अंदर व्याप्त बुराइयों पर दृढ़ इच्छा शक्ति से नियंत्रित किया जा सकता है उन्होंने गांधी जी के सत्य एवं अहिंसा के मार्ग पर चलने का आवाहन किया तथा जीवन के किसी भी मोड़ पर कभी झूठ व हिंसा का सहारा ना लेने की अपील किया। इन दो महापुरुषों की चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्प अर्पित करने के पश्चात विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया, गोष्ठी में कई वक्ताओं द्वारा अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए गए, जिसमे अपर जिलाधिकारी प्रशासन विजय शंकर दुबे, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व योगानंद पांडेय, डिप्टी कलेक्टर कंचन आदि ने विचार रखे। स्वच्छता वाटिका में महात्मा गांधी जी का प्रिय भजन “रघुपति राघव राजा राम” सहित अन्य भजनों को गया गया।उक्त के पश्चात कार्यालय मुख्य निर्वाचन अधिकारी उ०प्र० के निर्देशानुसार स्वीप योजना के तहत मतदाता जागरूकता हेतु राज्य स्तरीय ऑनलाइन पोस्टर / स्लोगन प्रतियोगिता दिनांक 08.12.2023 को 18-20 आयु वर्ग के युवा मतदाताओं तथा दिव्यांग मतदाताओं के लिए राज्य स्तरीय ऑनलाइन प्रतियोगिता जनपद मथुरा की मांट तहसील में आयोजित की गयी थी। कार्यालय मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तर प्रदेश द्वारा 4 विजेताओं का नाम चयनित किया गया था, जिसमें विशाल शर्मा, आदेश वर्मा तथा नरेश कुमार ( 2 प्रतियोगिताओं में विजेता ) है। सभी को जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह द्वारा प्रशस्ति पत्र तथा 2 पेन ड्राइव देकर सम्मानित किया गया।इसके उपरांत विधायक बल्देव पूरन प्रकाश, विधायक मांट राजेश चौधरी, विधायक गोवर्धन ठाकुर मेघश्याम सिंह, एम.एल.सी योगेश नौहवार, जिलाधिकारी शैलेंद्र कुमार सिंह, मुख्य विकास अधिकारी मनीष मीना, मुख्य चिकित्सा अधिकारी अजय कुमार वर्मा आदि ने जनपद में टीबी मुक्त 53 ग्राम पंचायतों के ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र व गांधी जी की प्रतिमा देकर सम्मानित किया गया।
मथुरा ब्लॉक का 1, मांट ब्लॉक के 5, चौमुंहा ब्लॉक के 7, फरह ब्लॉक के 5, छाता ब्लॉक के 5, नंदगांव ब्लॉक के 4, गोवर्धन ब्लॉक के 5, बल्देव ब्लॉक के 4, राया ब्लॉक के 3 तथा नौहझील ब्लॉक के 14 ग्राम पंचायतों के प्रधानों को सम्मानित किया गया।सीएमओ डॉ. अजय कुमार वर्मा ने बताया कि मुक्त पंचायत अभियान में ग्राम प्रधानों की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि वे अपने क्षेत्र में टीबी के बारे में जागरूकता फैलाने में मदद कर सकते हैं और लोगों को इसके लक्षणों और उपचार के बारे में जानकारी दे सकते हैं। इसके अलावा, ग्राम प्रधान टीबी मरीजों की देखभाल और समर्थन में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि ग्राम प्रधान के सम्मान से अन्य जनप्रतिनिधि टीबी मुक्ति के अभियान में भागीदार बनेंगे। सम्मानित प्रधान दूसरे गांव के प्रधान से जब अपने अनुभव साझा करेंगे तो इसका लाभ पूरे राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को मिलेगा।
लक्षण हों तो कराएं टीबी की जांच
सीएमओ ने बताया कि यदि आपको दो सप्ताह से अधिक समय से खांसी आ रही है या बुखार की समस्या है, बलगम में खून आता है, भूख कम लगती और वजन तेजी से कम हो रहा है, रात में पसीना आता, गले में कोई गांठ (लिम्फनोड) है, महिलाओं में बांझपन की समस्या हैं तो यह टीबी के लक्षण हो सकते हैं। यह लक्षण होने पर नजदीकी टीबी यूनिट, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर अपनी जांच कराएं। जनपद में टीबी का जांच व उपचार की सुविधा उपलब्ध हैं।
टीबी के लक्षण
-दो सप्ताह से अधिक खाँसी
-दो सप्ताह से अधिक बुखार
-बलगम में खून आना
-भूख में कमी
-वजन का कम होना
-रात में पसीना आना
-गले में गांठ (लिम्फनोड)
-महिलाओं में बांझपन की समस्या इत्यादि ।