गंगाधर का निलम्बन अवैध। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने आदर्श सिन्धी इण्टर कॉलेज मंे बरती जा रही अनियमिताओं के विरूद्ध मोर्चा खोला।
स्वामी लीलाशाह आदर्श सिन्धी इण्टर कॉलेज, आगरा की कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका प्रीति नागपाल ने गैर कानूनी ढंग से विद्यालय के अनुसूचित जाति के विकलंाग कर्मचारी गंगाधर को निलम्बित कर दिया है निलम्बन की कार्यवाही बदले की भावना से की गयी है।
ज्ञात हो कर्मचारी गंगाधर ने विद्यालय के प्रबन्धक चिम्मन लाल पेरवानी तथा विद्यालय की कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका प्रीति नागपाल द्वारा बरती जा रही वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमितताओं के सम्बन्ध में जिला विद्यालय निरीक्षक से दिनांक 14.05.2025 से शिकायत की थी। शिकायत का संज्ञान लेते हुए जिला विद्यालय निरीक्षक श्री चन्द्रशेखर ने अपने आदेश पत्र पत्रांक मा0 सदर/993-96/2025-26 दिनांक 16.05.2025 के द्वारा जॉच समिति का गठन किया गया है। जाँच समिति के सदस्य श्री सुजीत कुमार, प्रधानाचार्य, पं0 दीनदयाल उपाध्याय राजकीय मॉडल इण्टर कॉलेज, मनकेड़ा, आगरा तथा श्री गोपाल दास शर्मा प्रधानाध्यापक, राजकीय हाई स्कूल सैमरा, आगरा आज जाँच हेतु विद्यालय पहुँचे और उन्होंने कर्मचारी, अध्यापकों तथा छात्रों के बयान दर्ज किया। अभी तक कर्मचारी गंगाधर के बयान दर्ज नहीं हुए हैं। इन्हांेने अपने बयान दर्ज कराने के लिए समय माँगा है। इसी बीच बौखलाकर विद्यालय प्रबन्धक चिम्मन लाल पेरवानी ने अपना हिटलर शाही रवैया दिखाते हुए विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रीति नागपाल से गंगाधार का निलम्बन आदेश जारी करा दिया है, जिसे विद्यालय में ही गंगाधर को हस्तगत कराया गया है।
राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 की प्रदेश कार्यसमिति के वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ0 देवी सिंह नरवार, जिलाध्यक्ष डॉ0 योगेन्द्र सिंह, कार्यकारी जिलाध्यक्ष डॉ0 रचना शर्मा, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ0 राघवेन्द्र सिंह, जिला महामंत्री डॉ दुष्यन्त कुमार सिंह, जिला समन्वयक डॉ0 के0पी0 सिंह महिला जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश चौहान, संघर्ष समिति के जिला संयोजक श्री मनोज कुमार, जिला प्रभारी श्री गिरीश त्यागी जिला कोषाध्यक्ष श्री हरीओम अग्रवाल ने गंगाधर के निलम्बन को दुर्भायपूर्ण बताते हुए विद्यालय प्रबन्ध तन्त्र का तानाशाही रवैया बताया है। जब विद्यालय प्रबन्धक एवं प्रधानाध्यापिका के विरूद्ध जाँच गतिमान है, फिर गंगाधर के निलम्बन की कार्यवाही जाँच को प्रभावित करने वाला निन्दनीय कदम है जिसकी जितनी निन्दा की जाय कम है। इसलिये राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 की जनपद इकाई द्वारा विद्यालय के प्रबन्धक तथा कार्यवाहक प्रधानाध्यापिका के विरूद्ध संघर्ष करने का ऐलान किया है। साथ ही विद्यालय में एक लम्बे अर्से से बरती जा रही वित्तीय एवं प्रशासनिक अनियमिताओं को सार्वजनिक कर जाँच करायी जायेगी और दोषियों को दण्डित कराने तक संघर्ष जारी रहेगा।